हिंदी कहानी सुनाओ
स्वामी रामतीर्थ सन्यास लेने के पूर्व तीरथराम थे. और लाहौर के एक स्कुल में गणित के प्राध्यापक थे.
पत्नी से भावावेग में सोए हुए बेटे को उठाकर कहा- देख बेटे तेरे पापा कितने वर्ष बाद आए हैं, उस बेटे ने जैसे ही उस धनी पिता को दंडवत प्रणाम किया. सिर से उसकी पगड़ी गिर गईं,
गुरुकुल शिक्षा प्रणाली थी और छात्र गुरुकुल में ही रहकर पढ़ते थे. उन्हीं दिनों की बात है.
जंगली जानवरों पर आधारित ये स्टोरी छोटे से जानवर की बुद्दिमता से किस तरह एक जंगल के सभी निवासियों की समस्या का सदा-सदा के लिए समाधान कर देता हैं, इस कहानी से हमे प्रेरणा मिलती हैं,
अपने वतन की मर्यादा रखने के लिए उनके उस ज्ञान मन्त्र को खरीदने की तम्मना जताई.
क्योंकि परीक्षा के बाद उन्हें सभी वस्तुएं उनकें मालिक को वापिस करनी थी.
यह कहानी हमारी लिस्ट में सबसे ऊपर है। यहाँ एक मोर के बारे में एक अद्भुत कहानी बताई गई है जो बच्चों को जरूर जानना चाहिए;
अनोखी सूझ कहानी से शिक्षा– जिसके पास बुद्धि हैं उसी के पास बल हैं, इसके लिए संस्कृत में एक सूक्ति (कहावत) हैं.
राम ईश्वर के अवतार तथा महापुरुष माने जाते हैं. उनका सम्बन्ध त्रेता युग से हैं. द्वापर युग में एक अन्य ईश्वरीय अवतार तथा महान पुरुष हुए हैं.
एक कहता यह भूमि मेरी हैं और मैं इसका स्वामी हूँ, जबकि दूसरा उस भूमि को अपना बतला रहा था.
बच्चों के लिए होली खेलने के सेफ्टी टिप्स
सोचा हमने ढेरों पैसा कमाया हैं, वैसे भी यह अपने वतन का आदमी हैं,
महात्मा जी ने लोहा गर्म देखकर चोट की और उन्हें समझाते हुए कहा- तनिक विचार करो कि जिस भूमि के लिए तुम लोग आपस में लड़ रहे हो,
लड़का शांत स्वर में कहने लगा- सेठजी कोई बात नही, बस यूँ ही कर रहा था.